खरी खरी : विश्वगुरु को हंसना-हंसाना नहीं चाहिए – डॉ. द्रोण कुमार शर्मा

Created on December 6, 2021

 

ऑडियो यहाँ सुने और डाउनलोड करें:

श्रोताओं, सहकार रेडियो पर व्यंग श्रृंखला “खरी-खरी” की अगली कड़ी मे सुनिए डॉ. द्रोण कुमार शर्मा का व्यंग लेख  -“विश्वगुरु को हंसना-हंसाना नहीं चाहिए”|

इसे आवाज़ दी है पवन सत्यार्थी ने|

इसे सुनिए, लाइक-शेयर कीजिए और अपनी प्रतिक्रिया से हमें अवगत कराइए|

(नोट : डॉ. द्रोण कुमार शर्मा की व्यंग श्रृंखला ” तिरछी नज़र” नाम से वेबसाइट न्यूज़ क्लिक पर प्रसारित होती है| उनकी अनुमति से यही श्रृंखला सहकार रेडियो पर “खरी-खरी” नाम से ऑडियो फॉर्म में प्रसारित की जा रही है)

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