खरी-खरी : सत्य की बादशाहत- विष्णु नागर
Created on June 6, 2022
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“सत्यवादी ने अभी कहा है कि मैंने पिछले आठ वर्षों में ईमानदारी से भारत निर्माण का प्रयास किया है, जिसका सपना महात्मा गाँधी और सरदार पटेल ने देखा था। यही नहीं ‘ मैं किसी के खिलाफ नहीं। मैं लोकतंत्र के लिए समर्पित पार्टियों का मजबूत विपक्ष देश में चाहता हूँ।’ इससे बड़ा ‘सत्य’ तो बड़े -बड़े सत्यवादी भी कभी बोल नहीं पाए इनक्लुडिंग राजा हरिश्चंद्र और महात्मा गाँधी! उसकी इस ईमानदारी पर कौन बलि-बलि नहीं जाएगा?”
श्रोताओं सहकार रेडियो के कार्यक्रम “खरी-खरी” की इस कड़ी में प्रस्तुत है पत्रकार, कवि और लेखक विष्णु नागर जी का एक और व्यंग लेख| जिसे उनकी फेसबुक वाल से लिया गया है| इसका शीर्षक है- “सत्य की बादशाहत”| आवाज़ है पवन सत्यार्थी की|
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