विचार यात्रा : “जीवन की धूल”-केदारनाथ अग्रवाल

Created on November 21, 2020

 

ऑडियो यहाँ सुने और डाउनलोड करें:

 

श्रोताओं, सहकार रेडियो पर विचार यात्रा में आज आप सुनेंगे कवि केदारनाथ अग्रवाल की कविता “जीवन की धूल”| कविता शोषित आमजन के संघर्षों और उसके फौलादी इरादों के बारे में आपसे कुछ कहना चाहती है| इसे आवाज़ दी है साथी निहारिका ने| तो इसे सुनिए और पसंद आए तो अधिक से अधिक लोगों को शेयर भी कीजिए|

 

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